कामाख्या देवी मन्दिर, गुवाहाटी (शिलांग यात्रा - पाँचवां दिन)
बरसों से चले आ रहे धार्मिक कलह को आगे बढाने का मेरा यहां कोई इरादा नहीं है। अगर किसी की भावनाऐं आहत हों तो मुझे माफ़ कीजिऐग…
बरसों से चले आ रहे धार्मिक कलह को आगे बढाने का मेरा यहां कोई इरादा नहीं है। अगर किसी की भावनाऐं आहत हों तो मुझे माफ़ कीजिऐग…
आज सुबह छह बजे आँख खुली तो ख़ुद को काफी तर-ओ-ताज़ा पाया। मैं फिलवक्त शिलांग के पुलिस बाज़ार के एक होटल में हुँ और उत्तर-पूर…
इस यात्रा-वृतांत को शुरु से पढने के लिऐ यहां क्लिक करें उत्तर-पूर्व भारत की अपनी इस यात्रा पर निकले मुझे दो दिन हो गये है…
इस यात्रा-वृतांत को शुरु से पढने के लिऐ यहां क्लिक करें उत्तर-पूर्व की अपनी इस यात्रा की शुरुआत मैनें कल बहादुरगढ से की थी…
एक सरकारी मुलाज़िम अपने भविष्य को लेकर सुरक्षित रहता है, यह मेरा मानना है। कम से कम यह चिंता तो नहीं ही रहती कि किसी छोटी-म…